
- *पंद्रह जिले के अपने विभाग के लाख रुपये के पासपोर्ट में पंचायत राज अधिकारी को पांच साल लगे*-अब प्रोटोटाइप खंड विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत अधिकारी ऋतुराज पांडे को राहत में जी – जान से लागे छड़ीओ
-तत्कालीन राजखंड विकास अधिकारी ने पेंड्राह लाख नहिं उद्योग समिति रितु पांडे के यहां बिक्री पर रोक लगा दी है
-भ्रष्टाचारी कबाहोले नॉर्वे के पीछे पूँछ रही जनता
पोर्टफोलियो – जिला पंचायत राज विभाग के स्मारक का आलम यह है कि जिला पंचायत के अधिकारी अपने विभाग के पंद्रह में लाखों रुपये के छात्रावास में हैं। कब्रिस्तान में जिला पंचायत राज अधिकारी और कंपनी के सफल भी रहे लेकिन गरीबों की याचिका ने गरीबों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
धर्मेन्द्र पुत्र राम उजागिर निवासी पकड़ी सोम विकास खण्ड – रुधौली ने जिला पंचायत राज कुमार अधिकारी बस्ती को दिनांक 29-02-2024 को शिकायत पत्र साभार ग्राम पंचायत अधिकारी रितुराज पांडे के द्वारा पंजीकृत वित्तीय निवेशक की शिकायत की गई थी। जिला पंचायत राज अधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2019-20 की जांच की, जिसमें वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान विकास खंड राधौली से स्थानान्तरण मामले की पुष्टि हुई, ग्राम पंचायत मंझौआ कला के फास्ट अकाउंट से 59528O रुपये, ग्राम पंचायत भरौली से 389718 रुपये ग्राम व पंचायत पंडा से 519924 कुल योग रूपये 1504922 का अहार रुधौली विकास ग्राम का शिलान्यास किया गया। वित्तीय संस्थानों की पुष्टि के बाद विभाग द्वारा संबंधित ग्राम पंचायत होने वाले अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है, यदि जांच और कमाई की सही दिशा में आगे बढ़ना है तो ग्राम पंचायत अधिकारी ऋतुराज पांडे की मुश्किलें तय कर दी गई हैं। फिर से हाल ही में जिन कारीगरों को जिले के पीछे रखा जाना चाहिए, वह पंचायत राज अधिकारी से दुरभि संधि लेकर अपने लाइसेंसी असलहे की बेकार लोक तंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को धमाके का काम कर रहा है।